Thursday, 1 May 2014

अष्ट प्रहर

⊙ मिशन सतस्वरुप ⊙
   ।। प्रश्न-उत्तर।।

प्रश्न- प्रहर क्या है ?
........कितने है ?

उत्तर- 'प्रहर' समय गिनती का एक प्रमाण है। तिन घंटे के समय को प्रहर (पोहोर) कहते है। कुल अष्टप्रहर है।

मै इस भक्ति में नया था तो अनेक संतो के साथ ज्ञान बटोरने हेतु बैठक जमा लेता था तब एक बार जीग्यसुराम जी महाराज (बन बाबा-रहाड़ी बाबा) ने यह कहावत बताई थी। सुनकर बड़ा मजा आया था और दिमाग में सटीक बैठ गयी।

उनकी समझाने की एक अलग शैली थी। वे ज्ञानचर्चा के समय कहावते मुहावरे इनका प्रयोग जादा करते थे।
तो उन्होंने एक बार चर्चा में कह दिया।

पहले पोहोर 'हर कोई' जागे।
दुसरे पोहोर 'भोगी'।।
तीसरे प्रहर 'चोर' जागे।
चौथे पोहोर 'योगी'।।

फिर उन्होंने समझाया प्रहर आठ होते है। दिन के चार और रात के चार। इन्हे अष्ट प्रहर (आठ पोहोर) कहते है।
अब रहाडी बाबा ने यह बात रात के प्रहर की बताई थी क्योंकि चर्चा का समय रात का था। 

पहले प्रहर हर कोई जागे। शाम - 6 से 9
दुसरे प्रहर भोगी।
रात - 9 से 12
तीसरे प्रहर चोर जागे।
मध्यरात्री - 12 से 3
चौथे प्रहर योगी।
सुबह - 3 से 6

(योगी पुरुष इस चौथे प्रहर को पहला प्रहर भी कहते है)

इस प्रकार से अष्टप्रहर है।

उपरोक्त रात के चार प्रहर और निम्न दिन के चार......

पहला प्रहर - सुबह - 6 से 9
दूसरा प्रहर- सुबह - 9 से 12
तीसरा प्रहर -दोपहर 12 से 3
चौथा प्रहर - दोपहर -3 से 6

।। राम राम सा।।
।। आदि सतगुरुजी महाराज साहेब।।

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2 comments:

  1. सुंदर ब्लॉग. क्या इसका नाम मिशन सतस्वरूपकी जगह ध्यास सतस्वरूप नही हो सकता ?
    आप चाहें तो ईमेलसे उत्तर दे सकते हैं -leena.mehendale@gmail.com

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  2. सुझाव के लिये धन्यवाद

    भविष्य मी आपका सुझाव विचाराधीन रहेगा

    शानू पंडित

    9765282928
    9423492193

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