⊙ मिशन सतस्वरुप ⊙
प्राणिया रे
समझ सिमरो राम।
देख बिचार
समझ कर दिल में।
हरि बिन झूठा काम।
आदि सतगुरु सुखराम जी महाराज
जगत के लोगों को कहते है कि
हे प्राणी तू अपने पूत्र पत्नी
इनके लिये धन कमाता हैं,
यह एक भी तेरे साथ नहीं आएगा,
यह धन सब झुठा है।
इससे तू सदा सुखी होगा
यह तुम्हारा भ्रम हैं।
इसलिए तुम सभी यह झुठे काम
छोड़कर जो सदा के लिए
तुम्हें काल के मुख से निकालता है
ऐसे राम जी का तू
समझकर स्मरण कर।
गुरु महाराज
हंस को चेतावनी देकर समझा रहे है कि
अरे प्राणी
तू समझकर सतस्वरुपी राम का स्मरण कर। अरे प्राणी
ह्रदय में गहराई से विचार करने पर
समझेगा कि हरि के स्मरण बिना
मतलब हरि को पाने के अलावा
सभी झुठा काम हैं।
अरे प्राणी तू जगत में जो जो
मायावी क्रिया कर्म कर रहा है
वे क्रिया कर्म तुझे
काल के मुख में ले जायेगें।
।।आदि सतगुरु सुखराम जी महाराज ने धन्य हो धन्य हो।।
।। राम राम।।
No comments:
Post a Comment